कोई भी देश संस्कार युक्त शिक्षा से ही महान बनता है | आज स्कूल,कॉलेज,विश्वविद्यालय तो हजारों की संख्या में हैं किन्तु सूर,तुलसी,जायसी,मीरा,विवेकानंद,लोक मान्य तिलक,चन्द्र शेखर आज़ाद जैसे संस्कार युक्त नागरिकों का निर्माण करने में देश की शैक्षिक संस्था असमर्थ प्रतीत हो रही हैं| हम सब मिलकर प्रयस करें की शिक्षा मानवीय संवेदनाओं और देश भक्ति से ओत-प्रोत होनी चाहिए | देश भारती पब्लिक स्कूल समिति पुरे देश में इस तरह के संस्कारों को प्रतिस्थापित करेने में प्रयास रत है आप सब इसमें सहयोग करें |
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